सर्वनाम- शब्दरुप प्रकरण
संज्ञा शब्दरुप प्रकरण की सम्पूर्ण जानकारी
इस पोस्ट में सर्वनाम शब्दरूपों के बारे में विस्तार से चर्चा की जा रही है । सर्वप्रथम सर्वानाम की परिभाषा जानते हैं-
सर्वनाम किसे कहते हैं ?
संज्ञा किसे कहते हैं ?
सर्वनामों का प्रयोग क्यों किया जाए ?
उदाहरण संख्या 1-
“रमेश:
दशमी-कक्षाया: छात्र: अस्त्ति । रमेश: प्रतिदिनं विद्यालयं गच्छति । रमेश:
विद्यालये परिश्रमेण अध्ययनं करोति । रमेश: पूर्वकक्षायां प्रथमं स्थानं प्राप्तवान् ।
रमेशस्य पिता
रमेशाय
प्रथमस्थानं प्राप्तुं द्विचक्रिकायानम् अददत्
।”
उदाहरण संख्या 2-
“रमेश:
दशमी कक्षाया: छात्र: अस्त्ति । स: प्रतिदिनं विद्यालयं गच्छति । स: विद्यालये
परिश्रमेण अध्ययनं करोति । स: पूर्वकक्षायां प्रथमं स्थानं प्राप्तवान् । तस्य पिता
तस्मै
प्रथमस्थानं प्राप्तुं द्विचक्रिकायानं अददत्
।”
आप
सभी को और मुझे उदाहरण संख्या 2 ही सुन्दर लगेगी, क्योंकि इसमें रमेश शब्द का बार-बार
प्रयोग नहीं किया गया है, बल्कि रमेश की जगह “स:, तस्य, तस्मै” सर्वनामों का प्रयोग हुआ है ।
सर्वनामों
के प्रयोग से भाषा सहज, सुन्दर व सुविधाजनक बनाने के लिए किया जाता है । भाषा पुनरावृत
शब्दों के प्रयोग से भी बची रहती है । संज्ञा शब्दों के बार-बार प्रयोग से भाषा का
सौन्दर्य विलीन हो जाता है । अत: भाषा की सुन्दरता
को बनाए रखने के लिए सर्वनामों का प्रयोग अत्यन्त आवश्यक है ।
शब्द रूप के प्रकार-
1. अजन्त शब्दरूप-
2. हलन्त शब्दरूप-
लिंग की दृष्टि से शब्दरूप के भेद-
1. पुल्लिंग शब्दरूप-
2. स्त्रीलिंग शब्दरूप-
3. नपुंसकलिंग शब्दरूप-
सर्वनाम के भेद-
संस्कृत
सर्वनाम के मुख्यत: दो प्रकार के होते हैं । जो निम्न हैं ।
1. पुरुष पुरुषवाचक सर्वनाम 2.
प्रश्नवाचक सर्वनाम
1. पुरुष वाचक सर्वनाम-
वाक्य को बोलने वाला, सुनने वाला और कोई अन्य, इनको
पुरुष कहते हैं । संस्कृत में तीन पुरुष होते हैं-
(I). प्रथम पुरुष (II). मध्यम पुरुष (III). उत्तम पुरुष
(I). प्रथम पुरुष-
किसी भी बात को बोलने वाला जिन सर्वनामों का प्रयोग
किसी अन्य के लिए करता है, अर्थात् न खुद के लिए करता है और न ही सुनने वाले के लिए
करता है, उसे प्रथम पुरुष कहते हैं । प्रथम पुरुष में ‘तत्, एतत्, इदम्, अदस्, यत्,
सर्व, भवान्’ ये सर्वनाम शब्द आते हैं, जिसके रूप तीनों लिंगो के लिए अलग-अलग चलते
हैं । जैसे- पुल्लिंग- स:, तौ, ते । स्त्रीलिंग- सा, ते, ता: । नपुंसकलिंग- तत्,
ते, तानि ।
(II). मध्यम पुरुष-
बोलने वाला जिन सर्वनामों का प्रयोग सुनने वाले वाले के लिए करता है, उन्हें मध्यम पुरुषवाचक सर्वनाम कहते हैं । मध्यम पुरुष में सिर्फ ‘‘युष्मद्” सर्वनाम शब्द का ही प्रयोग होता है और तीनों लिंगो के लिए समान रूप चलते हैं । जैसे- त्वम्, युवाम्, यूयम् ।
(III). उत्तम पुरुष-
बोलने वाला जिन सर्वनामों का प्रयोग अपने लिए करता
है, उन्हें उत्तम पुरुषवाचक सर्वनाम कहते हैं । उत्तम पुरुष में सिर्फ “अस्मद्”
सर्वनाम शब्द का ही प्रयोग होता है और तीनों लिंगो के लिए समान रूप चलते हैं । जैसे-
अहम्, आवाम्, वयम् ।
2. प्रश्नवाचक सर्वनाम-
प्रश्न
पूछने के लिए जिन सर्वनामों का प्रयोग किया जाता है, उन्हें प्रश्नवाचक सर्वनाम कहते
हैं । प्रश्नवाचक सर्वनाम में “किम्” शब्दरुप आते हैं‘ । “किम्” शब्दरूप का प्रयोग
तीनों लिंगों के लिए अलग-अलग होता है । जैसे-
पुल्लिंग- क:, कौ, के । स्त्रीलिंग- का, के, का: । नपुंसकलिंग- किम्, के, कानि ।
अब कुछ प्रमुख सर्वनाम शब्दरुपों को समझते हैं-
1. अस्मद् शब्दः- दकारान्तः
विभक्ति: |
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमा |
अहम् |
आवाम् |
वयम् |
द्वितीया |
माम्, मा |
आवाम्, नौ |
अस्मान्,
नः |
तृतीया |
मया |
आवाभ्याम् |
अस्माभिः |
चतुर्थी |
मह्यम्, मे |
आवाभ्याम्,
नौ |
अस्मभ्यम्,
न: |
पञ्चमी |
मत् |
आवाभ्याम् |
अस्मत् |
षष्ठी |
मम, मे |
आवयोः, नौ |
अस्माकम्,
न: |
सप्तमी |
मयि |
आवयोः |
अस्मासु |
सम्बोधन |
- |
- |
- |
#
अस्मद् शब्द तीनों लिंगों के लिए एक समान प्रयुक्त होता है ।
2. युष्मद् शब्दः- दकारान्त
विभक्ति: |
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमा |
त्वम् |
युवाम् |
यूयम् |
द्वितीया |
त्वाम्, त्वा |
युवाम्, वाम् |
युष्मान्,
वः |
तृतीया |
त्वया |
युवाभ्याम् |
युष्माभिः |
चतुर्थी |
तुभ्यम्,
ते |
युवाभ्याम् |
युष्मभ्यम्,
व: |
पञ्चमी |
त्वत् |
युवाभ्याम् |
युष्मत् |
षष्ठी |
तव, ते |
युवयोः, वाम् |
युष्माकम्,
व: |
सप्तमी |
त्वयि |
युवयोः |
युष्मासु |
सम्बोधन |
- |
- |
- |
#
युष्मद् शब्द तीनों लिंगों के लिए एक समान प्रयुक्त होता है ।
3. तद् शब्द- दकारान्त पुल्लिङ्गः
विभक्ति: |
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमा |
सः |
तौ |
ते |
द्वितीया |
तम् |
तौ |
तान् |
तृतीया |
तेन |
ताभ्याम् |
तैः |
चतुर्थी |
तस्मै |
ताभ्याम् |
तेभ्यः |
पञ्चमी |
तस्मात् |
ताभ्याम् |
तेभ्यः |
षष्ठी |
तस्य |
तयोः |
तेषाम् |
सप्तमी |
तस्मिन् |
तयोः |
तेषु |
सम्बोधन |
- |
- |
- |
4. तद् शब्द- दकारान्त स्त्रीलिंग
विभक्ति: |
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमा |
सा |
ते |
ता: |
द्वितीया |
ताम् |
ते |
ता: |
तृतीया |
तया |
ताभ्याम् |
ताभि: |
चतुर्थी |
तस्यै |
ताभ्याम् |
ताभ्यः |
पञ्चमी |
तस्या: |
तयोः |
ताभ्यः |
षष्ठी |
तस्याम् |
तयोः |
तासु |
सप्तमी |
तस्मिन् |
तयोः |
तेषु |
सम्बोधन |
- |
- |
- |
5. तद् शब्द- दकारान्त नपुंसकलिंग
विभक्ति: |
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमा |
तत् |
ते |
तानि |
द्वितीया |
तत् |
ते |
तानि |
तृतीया |
तेन |
ताभ्याम् |
तैः |
चतुर्थी |
तस्मै |
ताभ्याम् |
तेभ्यः |
पञ्चमी |
तस्मात् |
ताभ्याम् |
तेभ्यः |
षष्ठी |
तस्य |
तयोः |
तेषाम् |
सप्तमी |
तस्मिन् |
तयोः |
तेषु |
सम्बोधन |
- |
- |
- |
6. इदम् शब्दः- मकारान्त पुल्लिंग
विभक्ति: |
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमा |
अयम् |
इमौ |
इमे |
द्वितीया |
इमम्, एनम् |
इमौ, एनौ |
इमान् |
तृतीया |
अनेन, एनेन |
आभ्याम् |
एभि: |
चतुर्थी |
अस्मै |
आभ्याम् |
एभ्यः |
पञ्चमी |
अस्मात् |
आभ्याम् |
एभ्यः |
षष्ठी |
अस्य |
अनयोः, एनयोः |
एषाम् |
सप्तमी |
अस्मिन् |
अनयोः, एनयोः |
एषु |
सम्बोधन |
- |
- |
- |
7. इदम् शब्दः- मकारान्त स्त्रीलिङ्गः
विभक्ति: |
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमा |
इयम् |
इमे |
इमाः |
द्वितीया |
इमाम्, एनाम् |
इमे, एने |
इमाः, एनाः |
तृतीया |
अनया, एनया |
आभ्याम् |
आभिः |
चतुर्थी |
अस्यै |
आभ्याम् |
आभ्यः |
पञ्चमी |
अस्याः |
आभ्याम् |
आभ्यः |
षष्ठी |
अस्याः |
अनयोः, एनयोः |
आसाम् |
सप्तमी |
अस्याः |
अनयोः, एनयोः |
आसु |
सम्बोधन |
- |
- |
- |
8. इदम् शब्दः- मकारान्त नपुंसकलिंग
विभक्ति: |
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमा |
इदम् |
इमे |
इमानि |
द्वितीया |
इदम्, एनम् |
इमे, एने |
इमानि, एनानि |
तृतीया |
अनेन, एनेन |
आभ्याम् |
एभिः |
चतुर्थी |
अस्मै |
आभ्याम् |
एभ्यः |
पञ्चमी |
अस्मात् |
आभ्याम् |
एभ्यः |
षष्ठी |
अस्य |
अनयोः, एनयोः |
एषाम् |
सप्तमी |
अस्मिन् |
अनयोः, एनयोः |
एषु |
सम्बोधन |
- |
- |
- |
9.
एतत् शब्दः- तकारान्त पुल्लिंग
विभक्ति: |
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमा |
एषः |
एतौ |
एते |
द्वितीया |
एतम्,एनम् |
एतौ,एनौ |
एतान्, एनान् |
तृतीया |
एतेन,एनेन |
एताभ्याम् |
एतैः |
चतुर्थी |
एतस्मै |
एताभ्याम् |
एतेभ्यः |
पञ्चमी |
एतस्मात् |
एताभ्याम् |
एतेभ्यः |
षष्ठी |
एतस्य |
एतयोः, एनयो: |
एतेषाम् |
सप्तमी |
एतस्मिन् |
एतयोः, एनयो: |
एतेषु |
सम्बोधन |
- |
- |
- |
10.
एतत् शब्दः- तकारान्त स्त्रीलिंग
विभक्ति: |
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमा |
एषा |
एते |
एताः |
द्वितीया |
एताम्, एनाम् |
एते, एने |
एताः, एनाः |
तृतीया |
एतया, एनया |
एताभ्याम् |
एताभिः |
चतुर्थी |
एतस्यै |
एताभ्याम् |
एताभ्यः |
पञ्चमी |
एतस्याः |
एताभ्याम् |
एताभ्यः |
षष्ठी |
एतस्याः |
एतयोः, एनयोः |
एतासाम् |
सप्तमी |
एतस्याम् |
एतयोः, एनयोः |
एतासु |
सम्बोधन |
- |
- |
- |
11. एतत् शब्दः- तकारान्त नपुंसकलिंग
विभक्ति: |
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमा |
एतत् |
एते |
एतानि |
द्वितीया |
एतत्, एनत् |
एते, एने |
एतानि, एनानि |
तृतीया |
एतेन, एनेन |
एताभ्याम् |
एतैः |
चतुर्थी |
एतस्मै |
एताभ्याम् |
एतेभ्यः |
पञ्चमी |
एतस्मात् |
एताभ्याम् |
एतेभ्यः |
षष्ठी |
एतस्य |
एतयोः, एनयोः |
एतेषाम् |
सप्तमी |
एतस्मिन् |
एतयोः, एनयो: |
एतेषु |
सम्बोधन |
- |
- |
- |
12. अदस् शब्दः- सकारान्तपुल्लिंग
विभक्ति: |
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमा |
असौ |
अमू |
अमी |
द्वितीया |
अमुम् |
अमू |
अमून् |
तृतीया |
अमुना |
अमूभ्याम् |
अमीभिः |
चतुर्थी |
अमुष्यै |
अमूभ्याम् |
अमीभ्यः |
पञ्चमी |
अमुष्मात् |
अमूभ्याम् |
अमीभ्यः |
षष्ठी |
अमुष्य |
अमुयोः |
अमीषाम् |
सप्तमी |
अमुष्मिन् |
अमुयोः |
अमीषु |
सम्बोधन |
- |
- |
- |
13. अदस् शब्दः- सकारान्त स्त्रीलिंग
विभक्ति: |
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमा |
असौ |
अमू |
अमूः |
द्वितीया |
अमूम् |
अमू |
अमूः |
तृतीया |
अमुया |
अमूभ्याम् |
अमूभिः |
चतुर्थी |
अमुष्यै |
अमूभ्याम् |
अमूभ्यः |
पञ्चमी |
अमुष्याः |
अमूभ्याम् |
अमूभ्यः |
षष्ठी |
अमुष्याः |
अमुयोः |
अमूषाम् |
सप्तमी |
अमुष्याम् |
अमुयोः |
अमूषु |
सम्बोधन |
- |
- |
- |
14. अदस् शब्दः- सकारान्त नपुंसकलिंग
विभक्ति: |
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमा |
अदः |
अमू |
अमूनि |
द्वितीया |
अदः |
अमू |
अमूनि |
तृतीया |
अमुना |
अमूभ्याम् |
अमीभिः |
चतुर्थी |
अमुष्मै |
अमूभ्याम् |
अमीभ्यः |
पञ्चमी |
अमुष्मात् |
अमूभ्याम् |
अमीभ्यः |
षष्ठी |
अमुष्य |
अमुयोः |
अमीषाम् |
सप्तमी |
अमुष्मिन् |
अमुयोः |
अमीषु |
सम्बोधन |
- |
- |
- |
15. यत् शब्दः- तकारान्त पुल्लिंग
विभक्ति: |
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमा |
यः |
यौ |
ये |
द्वितीया |
यम् |
यौ |
यान् |
तृतीया |
येन |
याभ्याम् |
यैः |
चतुर्थी |
यस्मै |
याभ्याम् |
येभ्यः |
पञ्चमी |
यस्मात् |
याभ्याम् |
येभ्यः |
षष्ठी |
यस्य |
ययोः |
येषाम् |
सप्तमी |
यस्मिन् |
ययोः |
येषु |
सम्बोधन |
- |
- |
- |
16. यत् शब्दः- तकारान्त स्त्रीलिंग
विभक्ति: |
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमा |
या |
ये |
याः |
द्वितीया |
याम् |
ये |
याः |
तृतीया |
यया |
याभ्याम् |
याभिः |
चतुर्थी |
यस्यै |
याभ्याम् |
याभ्यः |
पञ्चमी |
यस्याः |
याभ्याम् |
याभ्यः |
षष्ठी |
यस्याः |
ययोः |
यासाम् |
सप्तमी |
यस्याम् |
ययोः |
यासु |
सम्बोधन |
- |
- |
- |
17. यत् शब्दः- तकारान्त नपुंसकलिंग
विभक्ति: |
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमा |
यत् |
ये |
यानि |
द्वितीया |
यत् |
ये |
यानि |
तृतीया |
येन |
याभ्याम् |
यैः |
चतुर्थी |
यस्मै |
याभ्याम् |
येभ्यः |
पञ्चमी |
यस्मात् |
याभ्याम् |
येभ्यः |
षष्ठी |
यस्य |
ययोः |
येषाम् |
सप्तमी |
यस्मिन् |
ययोः |
येषु |
सम्बोधन |
- |
- |
- |
18. किम् शब्दः-मकारान्त पुल्लिंग
विभक्ति: |
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमा |
कः |
कौ |
के |
द्वितीया |
कम् |
कौ |
कान् |
तृतीया |
केन |
काभ्याम् |
कैः |
चतुर्थी |
कस्मै |
काभ्याम् |
केभ्यः |
पञ्चमी |
कस्मात् |
काभ्याम् |
केभ्यः |
षष्ठी |
कस्य |
कयोः |
केषाम् |
सप्तमी |
कस्मिन् |
कयोः |
केषु |
सम्बोधन |
- |
- |
- |
19. किम् शब्दः- मकारान्त स्त्रीलिंग
विभक्ति: |
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमा |
का |
के |
काः |
द्वितीया |
काम् |
के |
काः |
तृतीया |
कया |
काभ्याम् |
काभिः |
चतुर्थी |
कस्यै |
काभ्याम् |
काभ्यः |
पञ्चमी |
कस्याः |
काभ्याम् |
काभ्यः |
षष्ठी |
कस्याः |
कयोः |
कासाम् |
सप्तमी |
कस्याम् |
कयोः |
कासु |
सम्बोधन |
- |
- |
- |
20. किम् शब्दः- मकारान्त नपुंसकलिंग
विभक्ति: |
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमा |
किम् |
के |
कानि |
द्वितीया |
किम् |
के |
कानि |
तृतीया |
केन |
काभ्याम् |
कैः |
चतुर्थी |
कस्मै |
काभ्याम् |
केभ्यः |
पञ्चमी |
कस्मात् |
काभ्याम् |
केभ्यः |
षष्ठी |
कस्य |
कयोः |
केषाम् |
सप्तमी |
कस्मिन् |
कयोः |
केषु |
सम्बोधन |
- |
- |
- |
21. सर्व शब्दः- अकारान्तपुल्लिंग
विभक्ति: |
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमा |
सर्वः |
सर्वौ |
सर्वे |
द्वितीया |
सर्वम् |
सर्वौ |
सर्वान् |
तृतीया |
सर्वेण |
सर्वाभ्याम् |
सर्वैः |
चतुर्थी |
सर्वस्मै |
सर्वाभ्याम् |
सर्वेभ्यः |
पञ्चमी |
सर्वस्मात् |
सर्वाभ्याम् |
सर्वेभ्यः |
षष्ठी |
सर्वस्य |
सर्वयोः |
सर्वेषाम् |
सप्तमी |
सर्वस्मिन् |
सर्वयोः |
सर्वेषु |
सम्बोधन |
हे सर्व |
हे सर्वौ |
हे सर्वे |
22. सर्वशब्दः- अकारान्त स्त्रीलिंग
विभक्ति: |
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमा |
सर्वा |
सर्वे |
सर्वाः |
द्वितीया |
सर्वाम् |
सर्वे |
सर्वाः |
तृतीया |
सर्वया |
सर्वाभ्याम् |
सर्वाभिः |
चतुर्थी |
सर्वस्यै |
सर्वाभ्याम् |
सर्वाभ्यः |
पञ्चमी |
सर्वस्याः |
सर्वाभ्याम् |
सर्वाभ्यः |
षष्ठी |
सर्वस्याः |
सर्वयोः |
सर्वासाम् |
सप्तमी |
सर्वस्याम् |
सर्वयोः |
सर्वासु |
सम्बोधन |
हे सर्वे |
हे सर्वे |
हे सर्वाः |
23. सर्वशब्दः- अकारान्त नपुंसकलिंग
विभक्ति: |
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमा |
सर्वम् |
सर्वे |
सर्वाणि |
द्वितीया |
सर्वम् |
सर्वे |
सर्वाणि |
तृतीया |
सर्वेण |
सर्वाभ्याम् |
सर्वैः |
चतुर्थी |
सर्वस्मै |
सर्वाभ्याम् |
सर्वेभ्यः |
पञ्चमी |
सर्वस्मात् |
सर्वाभ्याम् |
सर्वेभ्यः |
षष्ठी |
सर्वस्य |
सर्वयोः |
सर्वेषाम् |
सप्तमी |
सर्वस्मिन् |
सर्वयोः |
सर्वेषु |
सम्बोधन |
हे सर्वे |
हे सर्वौ |
हे सर्वे |
24. भवत् शब्दः- तकारान्त पुल्लिंग
विभक्ति: |
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमा |
भवान् |
भवन्तौ |
भवन्तः |
द्वितीया |
भवन्तम् |
भवन्तौ |
भवतः |
तृतीया |
भवता |
भवद्भ्याम् |
भवद्भिः |
चतुर्थी |
भवते |
भवद्भ्याम् |
भवद्भ्यः |
पञ्चमी |
भवतः |
भवद्भ्याम् |
भवद्भ्यः |
षष्ठी |
भवतः |
भवतोः |
भवताम् |
सप्तमी |
भवति |
भवतोः |
भवत्सु |
सम्बोधन |
हे भवान् |
हे भवन्तौ |
हे भवन्तः |
25. भवत् शब्दः- तकारान्त स्त्रीलिंग
विभक्ति: |
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमा |
भवती |
भवत्यौ |
भवत्य: |
द्वितीया |
भवतीम् |
भवत्यौ |
भवती: |
तृतीया |
भवत्या |
भवतीभ्याम् |
भवतीभि: |
चतुर्थी |
भवत्यै |
भवतीभ्याम् |
भवतीभ्य: |
पञ्चमी |
भवत्या: |
भवतीभ्याम् |
भवतीभ्य: |
षष्ठी |
भवत्या: |
भवत्यो: |
भवताम् |
सप्तमी |
भवत्याम् |
भवत्यो: |
भवतीषु |
सम्बोधन |
हे भवति |
हे भवत्यौ |
हे भवत्य: |
26.भवत् शब्दः- तकारान्त नपुंसकलिंग
विभक्ति: |
एकवचनम् |
द्विवचनम् |
बहुवचनम् |
प्रथमा |
भवत् |
भवती |
भवन्ति |
द्वितीया |
भवत् |
भवती |
भवन्ति |
तृतीया |
भवता |
भवद्भ्याम् |
भवद्भिः |
चतुर्थी |
भवते |
भवद्भ्याम् |
भवद्भ्यः |
पञ्चमी |
भवतः |
भवद्भ्याम् |
भवद्भ्यः |
षष्ठी |
भवतः |
भवतोः |
भवताम् |
सप्तमी |
भवति |
भवतोः |
भवत्सु |
सम्बोधन |
हे भवान् |
हे भवन्तौ |
हे भवन्तः |
2. हिन्दी वर्णमाला व उच्चारण स्थान
3. संस्कृत वर्णमाला व उच्चारण स्थान
4. माहेश्वर सूत्राणि
5. विराम चिह्न- अर्थ उदाहरण सहित
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