संस्कृत के विलोम शब्द Sanskrit Antonyms
विलोम शब्द का सामान्य अर्थ है “विपरीत अर्थ” । विपरीत को उल्टा भी कहते हैं । शब्दों के मध्य ऐसा सम्बन्ध जो गुण, कार्य, अवस्था या समय के अनुसार विपरीत अर्थ दर्शाता हो वह विलोम शब्द (Antonyms ) कहलाता है ।
संस्कृत भाषा में विलोम शब्दों (Antonyms of Sanskrit) का विस्तार भंडार
है ।
संस्कृत के विलोम शब्द
( Sanskrit ke Vilom shabd ) वाक्य प्रयोग में महत्वपूर्ण स्थान निभाते हैं । इस पोस्ट
में संस्कृत के अनेक विलोम शब्दों ( Vilom shabd in Sanskrit ) की सूची प्रदान की जा
रही है ।
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Sanskrit Antonyms |
संस्कृत
के विलोम शब्दों की सूची ( Sanskrit ke vilom shabdo ki List )
List
of Antonyms of Sanskrit
संस्कृत |
विलोमशब्द |
असीम: (वि.) |
ससीम: (वि.) |
अतिवृष्टि: (स्त्री.) |
अनावृष्टि: (स्त्री.) |
अमावस्या (स्त्री.) |
पूर्णिमा (स्त्री.) |
अमृतम् (नपुं.) |
विषम् (नपुं.) |
अधोगामी (पुँ.) |
ऊर्ध्वगामी (पुँ.) |
अर्वाचीनम् (वि.) |
प्राचीनम् (वि.) |
अनुकूल: (वि.) |
प्रतिकूल: (वि.) |
अपकार: (पुँ.) |
उपकार: (पुँ.) |
अनुराग: (पुँ.) |
विराग: (पुँ.) |
अभिज्ञ: (पुँ.) |
अनभिज्ञ: (पुँ.) |
अनुज: (पुँ.) |
अग्रज: (पुँ.) |
अर्धम् (वि.) |
पूर्णम् (वि.) |
अवकाश: (पुँ.) |
अनवकाश: (पुँ.) |
अल्पम् (वि.) |
बहु (वि.) |
अनुलोम: (पुँ.) |
प्रतिलोम: (पुँ.) |
अनादर: (पुँ.) |
आदर: (पुँ.) |
अधम: (वि.) |
उत्तम: (वि.) |
अनुकूल: (वि.) |
प्रतिकूल: (वि.) |
अनुलोप: (वि.) |
विलोप: (वि.) |
अग्रिम: (वि.) |
अन्तिम: (वि.) |
असाध्यम् (वि.) |
साध्यम् (वि.) |
अन्तरङ्गम् (वि.) |
बहिरङ्गम् (वि.) |
अङ्गीकार: (वि.) |
अस्वीकार: (वि.) |
अल्पज्ञ: (पुँ.) |
बहुज्ञ: (पुँ.) |
अभिमानी (पुँ.) |
निरभिमानी (पुँ.) |
अम्बरम् (नपुं.) |
अवनि: (स्त्री.) |
अचलम् (वि.) |
चलम् (वि.) |
अभिव्यक्त: (वि.) |
अनभिव्यक्त: (वि.) |
अज्ञ: (पुँ.) |
विज्ञ: (पुँ.) |
अकर्तव्य: (वि.) |
कर्तव्य: (वि.) |
अपेक्षा (स्त्री.) |
अनपेक्षा (स्त्री.) |
अन्तिम: (वि.) |
प्रथम: (वि.) |
अंकुश: (पुँ.) |
निरंकुश: (पुँ.) |
अवलम्ब: (पुँ.) |
निरालम्ब: (पुँ.) |
अधर्म: (पुँ.) |
सद्धर्म: (पुँ.) |
अन्तरम् (वि.) |
बाह्यम् (वि.) |
अंशत: (अव्य.) |
पूर्णत: (अव्य.) |
अल्पकालिक: (पुँ.) |
दीर्घकालिक: (पुँ.) |
अध्यवसाय: (पुँ.) |
अनध्यवसाय: (पुँ.) |
अवरोध: (पुँ.) |
अनवरोध: (पुँ.) |
अपेक्षितम् (वि.) |
अनपेक्षितम् (वि.) |
अग्राह्य: (वि.) |
ग्राह्य: (वि.) |
अरुचि: (स्त्री.) |
सुरुचि: (स्त्री.) |
अकर्मण्य: (पुँ.) |
कर्मण्य: (पुँ.) |
अत्यधिकम् (नपुं.) |
स्वल्पम् (नपुं.) |
अत्र (अव्य.) |
तत्र (अव्य.) |
अत्रत्य (वि.) |
तत्रत्य (वि.) |
अथ (अव्य.) |
इति (अव्य.) |
अधस्तन (वि.) |
उपरितन (वि.) |
अधमर्ण: (पुँ.) |
उत्तमर्ण: (पुँ.) |
अधिकतम: (वि.) |
न्यूनतम: (वि.) |
अधित्यका (स्त्री.) |
उपत्यका (स्त्री.) |
अधिकांश: (पुँ.) |
अल्पांश: (पुँ.) |
अध: (पुँ.) |
उपरि (अव्य.) |
अधुनातन: (पुँ.) |
पुरातन: (पुँ.) |
अनृत: (पुँ.) |
ऋत (पुँ.) |
अनुपस्थित: (पुँ.) |
उपस्थित: (पुँ.) |
अनिवार्य: (पुँ.) |
वैकल्पिक: (पुँ.) |
अन्धकार: (पुँ.) |
प्रकाश: (पुँ.) |
अन्तर्मुखी (वि.) |
बहिर्मुखी (वि.) |
अन्तर्भूत: (पुँ.) |
बहिर्भूत: (पुँ.) |
अनुरक्ति: (पुँ.) |
विरक्ति: (पुँ.) |
अनुग्रह: (पुँ.) |
विग्रह: (पुँ.) |
अन्तर्द्वन्द्व: (पुँ.) |
बहिर्द्वन्द्व: (पुँ.) |
अपररात्र: (पुँ.) |
पूर्वरात्र: (पुँ.) |
अर्पणम् (नुप०) |
ग्रहणम् (नपुं.) |
अपराह्ण: (पुँ.) |
पूर्वाह्न: (पुँ.) |
अपकीर्ति: (स्त्री.) |
कीर्ति: (स्त्री.) |
अपकर्ष: (पुँ.) |
उत्कर्ष: (पुँ.) |
अर्पित: (पुँ.) |
गृहीत: (पुँ.) |
अभीष्ट: (पुँ.) |
अनभीष्ट: (पुँ.) |
अमावस्या (स्त्री.) |
पूर्णिमा (स्त्री.) |
अल्पसंख्यक:(पुँ.) |
बहुसंख्यक: (पुँ.) |
अल्पायु: (वि.) |
दीर्घायु: (वि.) |
अवनि: (स्त्री.) |
अम्बर: (पुँ.) |
अवनति: (स्त्री.) |
उन्नति: (स्त्री.) |
अशिव: (पुँ.) |
शिव: (पुँ.) |
असभ्य: (पुँ.) |
सभ्य: (पुँ.) |
आकीर्ण: (पुँ.) |
विकीर्ण: (पुँ.) |
आदिष्ट: (पुँ.) |
निषिद्ध: (पुँ.) |
आवरणम् (नपुं.) |
अनावरणम् (नपुं.) |
आवृत्त: (पुँ.) |
अनावृत्त: (पुँ.) |
आज्ञा (स्त्री.) |
अवज्ञा (स्त्री.) |
आमिष: (पुँ.) |
निरामिष: (पुँ.) |
आदत्त: (पुँ.) |
प्रदत्त: (पुँ.) |
आदानम् (वि.) |
प्रदानम् (वि.) |
आकर्षणम् (नपुं.) |
विकर्षणम् (नपुं.) |
आहूत: (वि.) |
अनाहूत: (वि.) |
आदि: (वि.) |
अन्तम् (नपुं.) |
आश्रित: (वि.) |
अनाश्रित: (वि.) |
आहार: (पुँ.) |
निराहार: (पुँ.) |
आरम्भ: (पुँ.) |
अन्त: (पुँ.) |
आदर: (पुँ.) |
निरादर: (पुँ.) |
आदरणीय: (पुँ.) |
अनादरणीय: (पुँ.) |
आयात: (पुँ.) |
निर्यात: (पुँ.) |
आस्तिक: (पुँ.) |
नास्तिक: (पुँ.) |
आर्द्रम् (नपुं.) |
शुष्कम् (नपुं.) |
आकाश: (पुँ.) |
पातालम् (नपुं.) |
आशा (स्त्री.) |
निराशा (स्त्री.) |
आवरणम् (वि.) |
निरावरणम् (वि.) |
आकुञ्चनम् (नपुं.) |
प्रसारणम् (नपुं.) |
आचार: (पुँ.) |
अनाचार: (पुँ.) |
आवाहनम् (नपुं.) |
विसर्जनम् (नपुं.) |
आरोहणम् (नपुं.) |
अवरोहणम् (नपुं.) |
आतप: (पुँ.) |
निरातप: (पुँ.) |
आरूढ: (पुँ.) |
अनारूढ: (पुँ.) |
आविर्भाव: (पुँ.) |
तिरोभाव: (पुँ.) |
आभ्यन्तर: (वि.) |
बाह्य: (वि.) |
आध्यात्मिक: (पुँ.) |
भौतिक: (पुँ.) |
आर्ष: (पुँ.) |
अनार्ष: (पुँ.) |
आवश्यकम् (नपुं.) |
अनावश्यकम् (नपुं.) |
आग्रह: (पुँ.) |
दुराग्रह: (पुँ.) |
आधार: (पुँ.) |
निराधार: (पुँ.) |
इहलोकम् (वि.) |
परलोकम् (वि.) |
ईश्वर: (पुँ.) |
अनीश्वर: (पुँ.) |
उत्कृष्ट: (वि.) |
निकृष्ट: (वि.) |
उत्खननम् (नपुं.) |
निखननम् (नपुं.) |
उदय: (पुँ.) |
अस्त: (पुँ.) |
उदयाचल: (पुँ.) |
अस्ताचल: (पुँ.) |
उत्तरार्द्ध: (पुँ.) |
पूर्वार्द्ध: (पुँ.) |
उपयोगी (पुँ.) |
अनुपयोगी (पुँ.) |
उपसर्ग: (पुँ.) |
प्रत्यय: (पुँ.) |
उत्तीर्णम् (वि.) |
अनुत्तीर्णम् (वि.) |
उग्र: (पुँ.) |
सौम्य: (पुँ.) |
उद्धत: (वि.) |
विनत: (वि.) |
उत्थानम् (नपुं.) |
पतनम् (नपुं.) |
उच्च: (वि.) |
निम्न: (वि.) |
उत्साह: (पुँ.) |
अनुत्साह: (पुँ.) |
उपचार: (पुँ.) |
अनुपचार: (पुँ.) |
उपकार: (पुँ.) |
अपकार: (पुँ.) |
उन्नत: (वि.) |
अवनत: (वि.) |
उन्मीलनम् (नपुं.) |
निमलीलनम् (नपुं.) |
उर्वर: (पुँ.) |
अनुर्वर: (पुँ.) |
उदार: (वि.) |
अनुदार: (वि.) |
उदीची (स्त्री.) |
अवाची (स्त्री.) |
उन्मुखम् (वि.) |
विमुखम् (वि.) |
उत्तरायणम् (नपुं.) |
दक्षिणायनम् (नपुं.) |
उत्पत्ति: (स्त्री.) |
प्रलय: (पुँ.) |
उत्कर्ष: (पुँ.) |
अपकर्ष: (पुँ.) |
उदात्त: (वि.) |
अनुदात्त: (वि.) |
उन्मूलनम् (नपुं.) |
रोपणम् (नपुं.) |
उपमेय: (वि.) |
अनुपमेय: (वि.) |
उद्योगी (पुँ.) |
अनुद्योगी (पुँ.) |
उपस्थिति: (स्त्री.) |
अनुपस्थिति: (स्त्री.) |
ऊर्ध्वम् (अव्य.) |
अध: (अव्य.) |
ऊच्चै: (अव्य.) |
नीचै: (अव्य.) |
ऋतम् (नपुं.) |
अनृतम् (नपुं.) |
ऋजुता (स्त्री.) |
वक्रता (स्त्री.) |
ऋजु: (वि.) |
वक्रम् (वि.) |
एकता (स्त्री.) |
अनेकता (स्त्री.) |
एकम् (वि.) |
अनेकम् (वि.) |
एकाग्रता (स्त्री.) |
चञ्चलता (स्त्री.) |
एकाधिकार: (वि.) |
सर्वाधिकार: (वि.) |
एकश्रुत: (वि.) |
बहुश्रत: (वि.) |
एकत्रम् (अव्य.) |
विकीर्णम् (वि.) |
एकतन्त्रम् (वि.) |
बहुतन्त्रम् (वि.) |
एकनिष्ठ: (पुँ.) |
बहुनिष्ठ: (पुँ.) |
एकेश्वरवाद: (पुँ.) |
बहुदेववाद: (पुँ.) |
ऐश्वर्य: (पुँ.) |
अनैश्वर्य: (पुँ.) |
ऐतिहासिक: (पुँ.) |
अनैतिहासिक: (पुँ.) |
औपचारिक: (पुँ.) |
अनौपचारिक: (पुँ.) |
औचित्य: (पुँ.) |
अनौचित्य: (पुँ.) |
कर्षणम् (नपुं.) |
विकर्षणम् (नपुं.) |
कृतज्ञ: (पुँ.) |
कृतघ्न: (पुँ.) |
कृत्रिम: (पुँ.) |
प्राकृत: (वि.) |
कुसङ्ग: (पुँ.) |
सुसङ्ग: (पुँ.) |
कठोरम् (वि.) |
कोमलम् (वि.) |
कनिष्ठ: (पुँ.) |
वरिष्ठ: (पुँ.) |
कण्टक: (पुँ.) |
निष्कण्टक: (पुँ.) |
कटु: (पुँ.) |
मृदु: (पुँ.) |
कर्कश: (वि.) |
मधुर: (वि.) |
कीर्ति: (स्त्री.) |
अपकीर्ति: (स्त्री.) |
क्रमबद्ध: (वि.) |
क्रमहीन: (वि.) |
कृश: (वि.) |
पुष्ट: (वि.) / स्थूल: |
क्रोध: (पुँ.) |
क्षम: (पुँ.) |
कुरूप: (पुँ.) |
सुरूप: (पुँ.) |
करुण: (पुँ.) |
क्रूर: (पुँ.) |
कलुष: (पुँ.) |
निष्कलुष: (पुँ.) |
कृपण: (पुँ.) |
उदार: (पुँ.) |
कुकृत्य: (पुँ.) |
सुकृत्य: (पुँ.) |
कर्मण्य: (पुँ.) |
अकर्मण्य: (पुँ.) |
कदाचार: (पुँ.) |
सदाचार: (पुँ.) |
खण्ड: (पुँ.) |
अखण्ड: (पुँ.) |
खण्डनम् (वि.) |
मण्डनम् (वि.) |
ख्यात: (पुँ.) |
कुख्यात: (पुँ.) |
गमनम् (नपुं.) |
आगमनम् (नपुं.) |
गण्य: (वि.) |
नगण्य: (वि.) |
गमनीयम् (वि.) |
आगमनीयम् (वि.) |
गुणवान् (वि.) |
गुणातीत: (वि.) |
गुणाढ्य: (पुँ.) |
गुणहीन: (पुँ.) |
गुप्त: (पुँ.) |
प्रकट: (पुँ.) |
गुरु: (पुँ.) |
लघु: (पुँ.) |
ग्राह्य: (वि.) |
त्याज्य: (वि.) |
गृहस्थ: (पुँ.) |
संन्यासी (पुँ.) |
गणतन्त्र: (पुँ.) |
स्वतन्त्र: (पुँ.) |
गोचर: (पुँ.) |
अगोचर: (पुँ.) |
गोपनीयम् (वि.) |
प्रकाशनीयम् (वि.) |
गुप्तम् (वि.) |
प्रकटम् (वि.) |
ग्राम्यम् (वि.) |
नगरम् (वि.) |
गौरवम् (वि.) |
लाघवम् (वि.) |
गगनम् (नपुं.) |
धरणी (स्त्री.) |
ग्रस्त: (वि.) |
मुक्त: (वि.) |
घात: (पुँ.) |
प्रतिघात: (पुँ.) |
घृणा (स्त्री.) |
स्नेह: (पुँ.) |
चल: (पुँ.) |
अचल: (पुँ.) |
चर्चित: (वि.) |
अचर्चित: (वि.) |
चञ्चलता (स्त्री.) |
स्थिरता (स्त्री.) |
चाञ्चल्यम् (नपुं.) |
स्थैर्यम् (नपुं.) |
चेतनम् (वि.) |
अचेतनम् (वि.) |
चरित्रवान् (पुँ.) |
चरित्रहीन: (पुँ.) |
चिरञ्जीवी (पुँ.) |
अल्पजीवी (पुँ.) |
च्युतम् (वि.) |
अच्युतम् (वि.) |
चेष्टा (स्त्री.) |
निश्चेष्टा (स्त्री.) |
चिन्ता (स्त्री.) |
शान्ति: (स्त्री.) |
छल: (पुँ.) |
निश्छल: (पुँ.) |
छाया (स्त्री.) |
आतप: (पुँ.) |
जङ्गम: (वि.) |
स्थावर: (वि.) |
जड: (पुँ.) |
चेतन: (पुँ.) |
जीवित: (वि.) |
मृत: (वि.) |
जनक: (पुँ.) |
जननी (स्त्री.) |
जलम् (नपुं.) |
निर्जलम् (नपुं.) |
जागरूक: (पुँ.) |
उदासीन: (पुँ.) |
जागृति: (वि.) |
सुसुप्ति: (वि.) |
जर्जरम् (वि.) |
दृढम् (वि.) |
ज्योति: (स्त्री.) |
तम: (पुँ.) |
जितेन्द्रिय: (पुँ.) |
इन्द्रियासक्त: (पुँ.) |
जागरणम् (नपुं.) |
निद्रा (स्त्री.) |
जातीय: (पुँ.) |
विजातीय: (पुँ.) |
जनाकीर्ण: (वि.) |
जनहीन: (वि.) |
जीवनम् (नपुं.) |
मरणम् (नपुं.) |
ज्येष्ठ: (पुँ.) |
कनिष्ठ: (पुँ.) |
ज्योतिर्मयम् (नपुं.) |
तमोमयम् (नपुं.) |
तनय: (पुँ.) |
तनया (स्त्री.) |
तरलम् (वि.) |
कठोरम् (वि.) |
तरुण: (वि.) |
वृद्ध: (पुँ.) |
तनुता (स्त्री.) |
पुष्टता (स्त्री.) |
तप्त: (वि.) |
शीत: (वि.) |
तामसिक: (पुँ.) |
सात्त्विक: (पुँ.) |
तारुण्यम् (वि.) |
वार्द्धक्यम् (वि.) |
तिक्त: (वि.) |
मधुर: (वि.) |
तृषा (स्त्री.) |
तृप्ति: (स्त्री.) |
तृष्णा (स्त्री.) |
वितृष्णा (स्त्री.) |
त्यक्त: (वि.) |
गृहीत: (वि.) |
तुष्ट: (वि.) |
रुष्ट: (वि.) |
तीक्ष्ण: (वि.) |
कुण्ठित: (वि.) |
तीव्रम् (वि.) |
मन्दम् (वि.) |
तिमिर: (पुँ.) |
ज्योति: (स्त्री.) |
तेजस्वी (पुँ.) |
निस्तेज: (पुँ.) |
दुर्लभ: (वि.) |
सुलभ: (वि.) |
दास: (पुँ.) |
स्वामी (पुँ.) |
दण्ड: (पुँ.) |
क्षमा (स्त्री.), पुरस्कार: (पुँ.) |
दयालु: (पुँ.) |
क्रूर: (पुँ.) |
दीर्घकाय: (पुँ.) |
कृशकाय: (पुँ.) |
देव: (पुँ.) |
दानव: (पुँ.) |
दु:साध्यम् (वि.) |
सुसाध्यम् (वि.) |
दृश्य: (पुँ.) |
अदृश्य: (पुँ.) |
दुष्कृति: (स्त्री.) |
सुकृति: (स्त्री.) |
दृष्ट: (वि.) |
अदृष्ट: (वि.) |
दुर्दान्त: (वि.) |
शान्त: (वि.) |
दमित: (वि.) |
उत्तेजित: (वि.) |
दीर्घ: (वि.) |
ह्रस्व: (वि.) |
दु:खान्त: (वि.) |
सुखान्त: (वि.) |
दुराग्रह: (पुँ.) |
आग्रह: (पुँ.) |
दुर्गति: (स्त्री.) |
सद्गति: (स्त्री.) |
दुर्जन: (पुँ.) |
सज्जन: (पुँ.) |
दूरवर्ती (पुँ.) |
निकटवर्ती (पुँ.) |
दैविक: (पुँ.) |
भौतिक: (पुँ.) |
दैत्य: (पुँ.) |
देव: (पुँ.) |
दिवा (स्त्री.) |
रात्रि: (स्त्री.) |
धर्म: (पुँ.) |
अधर्म: (पुँ.) |
धनिक: (पुँ.) |
निर्धन: (पुँ.) |
धीर: (पुँ.) |
अधीर: (पुँ.) |
ध्वंस: (पुँ.) |
निर्माण: (पुँ.) |
धृष्ट: (पुँ.) |
विनीत: (पुँ.) |
नराधम: (वि.) |
नरोत्तम: (वि.) |
निन्द्य: (पुँ.) |
वन्द्य: (पुँ.) |
निर्मलम् (वि.) |
मलिनम् (वि.) |
निर्लज्ज: (वि.) |
सलज्ज: (वि.) |
नीरोग: (पुँ.) |
रोग: (पुँ.) |
न्यास: (पुँ.) |
विन्यास: (पुँ.) |
न्याय: (पुँ.) |
अन्याय: (पुँ.) |
नीरस: (पुँ.) |
सरस: (पुँ.) |
निष्पाप: (पुँ.) |
पाप: (पुँ.) |
नास्तिक: (पुँ.) |
आस्तिक: (पुँ.) |
निष्कण्टकम् (वि.) |
कण्टकाकीर्णम् (वि.) |
निरादर: (पुँ.) |
आदर: (पुँ.) |
निद्रा (स्त्री.) |
जागरणम् (नपुं.) |
निरावृत: (वि.) |
आवृत: (वि.) |
न्यूनम् (वि.) |
अधिकम् (वि.) |
निरुद्विग्न: (वि.) |
उद्विग्न: (वि.) |
निवृत्त: (वि.) |
प्रवृत्त: (वि.) |
नि:शज्र्: (पुँ.) |
सशज्र्: (पुँ.) |
निष्कलज्र्म् (वि.) |
कलज्र्तिम् (वि.) |
निर्माण: (वि.) |
विध्वंस: (वि.) |
निर्वाव्â (वि.) |
सवाव्â (वि.) |
निश्चेष्ट: (वि.) |
सचेष्ट: (वि.) |
निर्भीक: (वि.) |
भीरु: (वि.) |
निष्काम: (पुँ.) |
सकाम: (पुँ.) |
निरक्षरम् (वि.) |
साक्षरम् (वि.) |
नगरम् (नपुं.) |
ग्राम: (पुँ.) |
परकीय: (वि.) |
स्वकीय: (वि.) |
प्रकट: (वि.) |
प्रच्छन्न: (वि.) |
प्रदानम् (वि.) |
आदानम् (वि.) |
प्रभु: (पुँ.) |
भृत्य: (पुँ.) |
प्रदोष: (पुँ.) |
प्रत्यूष: (पुँ.) |
प्रात: (पँु.) |
सायम् (पुँ.) |
पराधीनम् (वि.) |
स्वाधीनम् (वि.) |
प्रतिकूल: (वि.) |
अनुकूल: (वि.) |
प्रलय: (पुँ.) |
सृष्टि: (स्त्री.) |
प्रज्ञ: (वि.) |
मूढ: (वि.) |
परिग्रह: (पुँ.) |
अपरिग्रह: (पुँ.) |
परिगृहीतम् (वि.) |
परित्यक्तम् (वि.) |
पार्थिव: (पुँ.) |
अपार्थिव: (पुँ.) |
पूर्वार्द्ध: (पुँ.) |
उत्तरार्द्ध: (पुँ.) |
पौरुषम् (नपुं.) |
स्त्रीत्वम् (नपुं.) |
प्रबुद्ध: (पुँ.) |
बुद्धिहीन: (पुँ.) |
प्रमेयम् (वि.) |
अप्रमेयम् (वि.) |
पक्ष: (पुँ.) |
विपक्ष: (पुँ.) |
पराजय: (पुँ.) |
जय: (पुँ.) |
पाश्चात्त्य: (वि.) |
पौर्वात्त्य: (वि.) |
परोक्ष: (वि.) |
प्रत्यक्ष: (वि.) |
प्राचीनम् (वि.) |
अर्वाचीनम्, नवीनम् (वि.) |
पण्डित: (पुँ.) |
मूर्ख: (पुँ.) |
प्राप्त्याशा (स्त्री.) |
दुराशा (स्त्री.) |
पर्णकुटी (स्त्री.) |
प्रासाद: (पुँ.) |
पतनम् (नपुं.) |
उत्थानम् (नपुं.) |
परम् (वि.) |
अपरम् (वि.) |
पुण्यम् (नपुं.) |
पापम् (नपुं.) |
परिमितम् (वि.) |
अपरिमितम् (वि.) |
प्रवरम् (वि.) |
अवरम् (वि.) |
पूर्वाह्न: (पुँ.) |
अपराह्न: (पुँ.) |
प्रवृत्ति: (स्त्री.) |
निवृत्ति: (स्त्री.) |
प्राची (स्त्री.) |
प्रतीची (स्त्री.) |
प्रशान्त: (पुँ.) |
उद्भ्रान्त: (पुँ.) |
प्रियोक्ति: (स्त्री.) |
कटूक्ति: (स्त्री.) |
प्रजातन्त्रम् (नपुं.) |
राजतन्त्रम् (नपुं.) |
प्रफुल्ल: (पुँ.) |
म्लान: (पुँ.) |
पतनोन्मुख: (पुँ.) |
विकासोन्मुख: (पुँ.) |
प्रस्थानम् (नपुं.) |
प्रवेश: (पुँ.) |
प्रकाश: (पुँ.) |
अन्धकार: (पुँ.) |
प्रशंसक: (पुँ.) |
निन्दक: (पुँ.) |
फलम् (नपुं.) |
निष्फलम् (नपुं.) |
बन्धनम् (नपुं.) |
मोक्ष: (पुँ.) |
बोध्यम् (नपुं.) |
दुर्बोध्यम् (नपुं.) |
बुद्धिमान् (पुँ.) |
बुद्धिहीन: (पुँ.) |
बहु (वि.) |
अल्प: (वि.) |
बहि: (अव्य.) |
अन्तः (वि.) |
ब्रह्म (पुँ.) |
जीव: (पुँ.) |
भर्त्ता (पुँ.) |
भार्या (स्त्री.) |
भेद: (पुँ.) |
अभेद: (पुँ.) |
भक्ष्यम् (वि.) |
अभक्ष्यम् (वि.) |
भद्रम् (वि.) |
अभद्रम् (वि.) |
भयम् (नपुं.) |
अभयम् (नपुं.) |
भाव: (पुँ.) |
अभाव: (पुँ.) |
भयाक्रान्त: (पुँ.) |
भयशून्य: (पुँ.) |
भव्यम् (वि.) |
सामान्यम् (वि.) |
भूमिका (स्त्री.) |
उपसंहार: (पुँ.) |
भोग्यम् (वि.) |
अभोग्यम् (वि.) |
भ्रामक: (पुँ.) |
निश्चयात्मक: (पुँ.) |
भूगोल: (पुँ.) |
खगोल: (पुँ.) |
भविष्यम् (वि.) |
भूतम् (वि.) |
भौतिक: (पुँ.) |
आध्यात्मिक: (पुँ.) |
भ्रान्ति: (स्त्री.) |
निर्भ्रान्ति: (स्त्री.) |
मङ्गलम् (वि.) |
अमङ्गलम् (वि.) |
मन्दम् (अव्य.) |
शीघ्रम् (अव्य.) |
मर्त्य: (पुँ.) |
अमर्त्य: (पुँ.) |
महिमा (पुँ.) |
लघिमा (पुँ.) |
मानव: (पुँ.) |
दानव: (पुँ.) |
मधुरम् (वि.) |
कटु: (वि.) |
मुखर: (पुँ.) |
तूष्णीक: (पुँ.) |
मिथ्या (स्त्री.) |
सत्यम् (नपुं.) |
मूर्ख: (पुँ.) |
बुद्धिमान् (पुँ.) |
मानम् (वि.) |
अपमानम् (वि.) |
मूक: (पुँ.) |
वाचाल: (पुँ.) |
मृत्यु: (पुँ.) |
जीवनम् (नपुं.) |
महात्मा (पुँ.) |
दुरात्मा (पुँ.) |
मित्रम् (नपुं.) |
शत्रु: (पुँ.) |
मितव्यय: (पुँ.) |
अपव्यय: (पुँ.) |
मन:स्थैर्यम् (नपुं.) |
मन:दौर्बल्यम् (नपुं.) |
मतैक्यम् (नपुं.) |
मतभेद: (पुँ.) |
महायोगी (पुँ.) |
महाभोगी (पुँ.) |
मसृणम् (नपुं.) |
रुक्ष: (पुँ.) |
मुक्ति: (स्त्री.) |
बन्धनम् (नपुं.) |
मलिनम् (वि.) |
पवित्रम् (वि.) |
योगी (पुँ.) |
भोगी (पुँ.) |
यौवनम् (नपुं.) |
वार्धक्यम् (नपुं.) |
युद्ध: (पुँ.) |
शान्ति: (स्त्री.) |
यश: (नपुं.) |
अपयश: (नपुं.) |
यद्यपि (अव्य.) |
तथापि (अव्य.) |
यथार्थ: (वि.) |
काल्पनिक: (वि.), कल्पित: (वि.) |
यादृश: (वि.) |
तादृश: (वि.) |
युयुत्सा (स्त्री.) |
मैत्री (स्त्री.) |
राम: (पुँ.) |
श्याम: (पुँ.) |
रात्रि: (स्त्री.) |
दिनम् (नपुं.) |
राजा (पुँ.) |
रानी (स्त्री.) |
रिक्त: (वि.) |
पूर्णम् (वि.) |
राष्ट्रप्रेम (नपुं.) |
राष्ट्रद्रोह: (पुँ.) |
रुग्ण: (वि.) |
नीरोगी (पुँ.) |
रसवान् (पुँ.) |
नीरस: (पुँ.) |
रुचि: (स्त्री.) |
अरुचि: (स्त्री.) |
लङ्घनीय: (वि.) |
अलङ्घनीय: (वि.) |
लाभ: (पुँ.) |
हानि: (पुँ.) |
लिप्त: (वि.) |
अलिप्त: (वि.) |
लक्ष्यम् (नपुं.) |
निर्लक्ष्यम् (नपुं.) |
लौकिकम् (वि.) |
अलौकिकम् (वि.) |
लज्जावान् (पुँ.) |
निर्लज्ज: (पुँ.) |
वाचाल: (पुँ.) |
मूक: (पुँ.) |
वादी (पुँ.) |
प्रतिवादी (पुँ.) |
वाग्मी (वि.) |
मितभाषी (वि.) |
वृद्ध: (पुँ.) |
बालक: (पुँ.) |
विजय: (पुँ.) |
पराजय: (पुँ.) |
विपद् (स्त्री.) |
सम्पद् (स्त्री.) |
विपुल: (पुँ.) |
न्यून: (पुँ.) |
विश्लेषणम् (नपुं.) |
संश्लेषणम् (नपुं.) |
विशेषम् (वि.) |
सामान्यम् (वि.) |
विधवा (स्त्री.) |
सधवा (स्त्री.) |
धन्यवाद ।
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